BY: Vikas Yadav
सच्चे दोस्त कभी गिरने नहीं देते, न किसी कि नजरों में, न किसी के कदमों में !
प्यार में भले ही जूनून है ! मगर दोस्ती में सुकून है !
जब दोस्ती सच्ची और मजबूत होती है, तो उसे जताने की जरूरत नही होती है, चाहे दोस्त कितना भी दूर चला जाये, उसे पास लाने की जरूरत नही होती है !
दोस्ती में दोस्त दोस्त का खुदा होता है, महसूस तो तब होता है जब वह जुदा होता है ।
फूलों-सा ताज़ा रहता है समां मेरा, जब मिल जाता है ए-दोस्त साथ तेरा !
दोस्ती का रिश्ता ही ऐसा होता है, दोस्त कमीना भी हो फिर भी सच्चा होता है !
जब भी मिलते हैं वो दिल से मिलते हैं ! कमीने Dost बडी मुश्किल से मिलते हैं !!
जब दोस्त नहीं हो तो कुत्ते भी सताते हैं, और एक ही कमीना दोस्त साथ हो तो शेर भी घबराते हैं !