Best 100+ Happy Sunday Shayari Images In Hindi || Happy Sunday Shayari In Hindi

Happy Sunday Shayari Images In Hindi

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Happy Sunday Shayari Images In Hindi

 

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Happy Sunday Shayari In Hindi

 

सैटरडे को तू मुझ तक अच्छी लगती है ~ जब तक तू खुशियों के सन्डे की आती रहेगी और
तू जीवन में जरूर काम आएगा बोनस अगर वह जालिम मंगलवार की राहत दिलाएगी..

“ हो गई सवेरे के लिए बड़िया मौसम उठ कर देखो * बाहर पर
मुझे परेसान ना करना *क्योंकि मैं सो रहा हूं* यार..”

रविवार का इंतजार हमें बहुत वक्त से बिताएंगे &
क्योंकि इस दिन deedar-e-yaar जो होता है ..!

“ हर दिन को सिखाता है *इसलिए तुम रविवार को इसी समय न जाने दें ..शुभ रविवार

# समझ नहीं आ रहा है ~ आज जागना है * या सोना है* क्योंकि आज वर्क तो कुछ नहीं होना है *
दोस्तों के साथ घूमना और शेर सपाटा होना *रविवार की मस्ती और धमाल ही धमाल होना है..

छुट्टी तो आती है, पर कोई आराम नहीं आता,
क्यों औरत के हिस्से में उसका इतवार नहीं आता.

तेरी याद हर दिन आती है
और बड़ा सताती है,
इतवार छुट्टी का दिन होता है
कमबख्त ये भी भूल जाती है.

समय न हो,
तो सुर्ख़ियों के लिए अखबार देखते है,
जिनके पास काम हो
वो कहाँ इतवार देखते है.

यूँ तो शिकायतें और नाराजगी
तुझसे ऐ जिन्दगी बेशुमार है,
कहना तो बहुत कुछ है
खैर छोड़, आज इतवार है.

बात जब कभी पुराने दोस्तों से हुई,
लगा जैसे सुकून का इतवार हो कोई.

रविवार को रविवार ही मानिये कुछ इच्छाएं परिवार की भी जानिए, काम काज तो जिंदगी भर का हैं कुछ अरमान दिल के भी पहचानिये।

जिंदगी केवल Sunday को ही खुलकर ना जाये, अपितु हर दिन और हर क्षण खुलकर जिए।

हर रविवार अपना समय अपने परिवार के साथ बिताये इससे रिश्तों में और भी ज्यादा निखार आएगा।

खुशियों के बादल आप पर हमेशा मंडराए, यही दुआ हैं हमारी की आप भी अपनी जिंदगी में सफल हो जाये।

क्यों किसी के ख्यालों में खोया जाए, क्यों किसी की यादों में रोय जाए, इस दुनिया के झमेलों में पड़ना है बेकार, आज सन्डे है चलो जी भर के सोया जाए।

हर दिन इतवार जैसा लगाने लगेगा, जब हर शख्श दूसरो से ज्यादा खुद पर विश्वाश करने लगेगा।

जिंदगी में थोड़ा बहुत सुकून महसूस होने लगता हैं, जब इतवार का दिन आता है।

ग्रहण है किसानों और मजदूरों का इसे छुट्टी से भला क्या सरोकार कहां पर
उनके जीवन में भी आ पाता कोई खाली प्यारासा रविवार..

ना किसी के अभीव में जियो
ना किसी के प्रभाव में जियो,
जिन्दगी आपकी है
बस अपने मस्त स्वभाव में जियो।

इंसान ज़िन्दगी में बहुत कुछ सीखता है लेकिन जब तक दूसरों से प्यार करना दूसरों को माफ़ करना और दूसरों कि इज्ज़त करना नहीं सीख जाता तो समझ कुछ नहीं सीख पाता

आपकी नई सुबह इतनी सुहानी हो जाए,
आपके दुःखों की सारी बातें पुरानी हो जाएं,
दे जाए इतनी खुशियां ये दिन आपको, कि
खुशी भी आपकी मुस्कुराहट की दीवानी हो जाए।।

कल का दिन किसने देखा है,
इसलिए आज का दिन भी खोयें क्यों?
जिन घड़ियों में हँस सकते हैं,
उन घड़ियों में रोयें क्यों?

जो रोये हैं उन्हें हँसाना. जो रूठे हैं उन्हें मनाना, जो बिछड़े हैं तुम उन्हें मिलाना, प्यारी सुबह तुम जब भी आना, सब के लिए बस खुशिया ही लाना

समझ नहीं आ रहा आज जागना है या सोना है,
क्योंकि आज काम तो कुछ नहीं होना है,
दोस्तों के साथ घूमना और सैर सपाटा होना है,
रविवार की मस्ती और धमाल ही धमाल होना है

बाकी छः दिन दुनिया है,
तुम मेरा इतवार,
इन्तजार इतना किया है,
कि मुक्कमल हो सके तेरा दीदार.

तुम्हारा होना इतवार के दिन जैसा है,
कुछ सूझता नहीं बस अच्छा लगता हैं.

मेरे दिल के समंदर में अजीब सैलाब था,
जिस दिन इश्क़ का इजहार करने गए वो दिन इतवार था.

दिल-ए-बर्बाद को आबाद किया है मैंने,
आज मुद्दत में तुम्हें याद किया है मैंने.

शक जीत जाता है उनका, हर बार मेरे प्यार से,
वो रूठी बैठी है हमसे, पिछले इतवार से.

वो मेरे स्कूल के आखिरी इतवार सी थी,
आई भी एक रोज, फिर कभी ना आने को.

जब तुन्हें ने “ शनिवार को रविवार “ की तरह गुजारा
हें ~ तो सन्डे को तुम्हे मंडे की निकाला होगा

तू सन्डे बनकर “ शनिवार “ को भी छुट्टी कर बिताजा ~
ये काजल बदली निंदिया रतिया तेरे प्यार में ..शुभ रविवार

“ जिन सपनों ने हफ्ते भर प्यार से दूर रखना ” रविवार ”
को तूफान बनकर तेरी सपनों की याद दिलाती हें

मंडे से शनिवार पर लगता है ~ संसार वालो को सीखने
में ~ तब सन्डे आता है सावधान हो जाओ ~ रविवार ..

चलो इक इतवार ऐसा भी मनाया जाएँ,
सारे गमों को इस दिन भुलाया जाएँ,
खुशियों को अपने घर दावत पर बुलाया जाएँ
और मायूस सी जिन्दगी को फिर से हंसाया जाएँ.

अपने भूतकाल में हुई गलतियों के बारे में इतना भी ना सोचे की आप सोचते-सोचते अपने वर्तमान में भी कोई गलती कर बैठे।

रविवार का दिन केवल छुट्टी के लिए नहीं बल्कि अपने भविष्य के बारे में और गंभीरता से सोचने के लिए भी होता हैं।

ये जिंदगी बहुत छोटी हैं साहब इसलिए इसे नफरत के साथ नहीं बल्कि प्रेम की भावना रखकर बिताये।

अवसर और सूर्योदय में एक ही समानता हैं, देर करने वाले इन्हे हमेशा खो देते हैं।

आपकी हर ख्वाहिश पूरी हो बस यही दुआ हैं हमारी, आप इतने कामियाब हो की आपके जितना कामियाब बनना बन जाये हर शख्श की एक ख्वाहिश।

रविवार का इंतज़ार हमें बहुत बेसब्री से होता हैं, क्योंकि इस दिन दीदारे यार जो होता हैं।

समझ नहीं आ रहा आज जागना है या सोना है क्योंकि आज काम तो कुछ नहीं होना है दोस्तों के साथ घूमना और सैर सपाटा होना है रविवार की मस्ती और धमाल ही धमाल होना है।

रविवार को केवल सोते ही मत रहिये, अपने और अपनों के लिए थोड़ा वक्त भी निकालिये।

क्यों किसी के ख्यालों में खोया जाए,
क्यों किसी की यादों में रोय जाए,
इस दुनिया के झमेलों में पड़ना है बेकार,
आज सन्डे है चलो जी भर के सोया जाए

प्रत्येक दिन कुछ सिखाता है, इसलिए अपने रविवार को ऐसे ही व्यर्थ न जाने दें, शुभ रविवार

 

रविवार का इंतजार हमे बहुत बेसब्री से होता है,
क्योंकि इस दिन दीदारे यार जो होता है

समझ नहीं आ रहा आज जागना है या सोना है
क्योंकि आज काम तो कुछ नहीं होना है
दोस्तों के संग घूमना और सैर सपाटा होना है
रविवार को मस्ती औऱ धमाल ही धमाल होना है।

रविवार को रविवार ही मानिए।
कुछ इच्छाएं परिवार की भी जानिए,
काम काज तो जिंदगी भर का है,
कुछ अरमान दिल के भी पहचानिएं।

* मेरे दोस्त कहां पर हें ~ तू आज सन्डे है “ और कुछ
बताने की जरूरत नहीं है” वह बहुत समझदार है *

सदियों से पर रविवार आता हे ~ फिर से महोब्बत होती हें ~ तुम रहो मैं रहूं ~
और हो जाए चाय का प्याला अब वह एक बार होता तो नहीं है ..रविवार ..

# प्रतेक दिन हर पल मिस आती है ~ मेरी महज रविवार को
तेरा ख्याल आना इन्थंहाम तो न है – मिस करना..!

मिस करना और याद आना दोनों भिन्न – भिन्न बातें हैं @ याद हम उन्हें करते हैं $
जो हमारे अपने हैं % और मिस हम उन्हें आते हैं % जो हमें अपना समझते हैं..!!

सुन पगली हर रोज मिस करना* तुम्हें कहीं मन – तन लगता ही नहीं रविवार को भी ~
तुम इतनी ख्यालो में पागल हो जाती है * का वर्क वो मैं तुम्हें तो जैसे मेरे लिए टाइम मिलता ही नहीं..!!

#खुशीयो से मन से आबाद करना * गम हे – फौजी से
आजाद करना सन्डे को मिले तो बस आराम करना

कितनी सुहानी होती है सुबह इतवार की,
जैसे ठंडी सी फुहार हो पहले-पहले प्यार की.

चूम लूँ लबों को आँखों को करूँ प्यार,
बस ऐसे ही कटे मेरा हर इतवार.

तेरी आँखों का ही जादू है,
जो हफ्ते के सारे दिन इतवार से लगते है.

जिम्मेदारियों को बोझ इतना भी मत बढाओ,
कि इतवार को ऑफिस से छुट्टी न पाओ.

पूरे हफ्ते का थकान मिटाता हूँ,
जब सुकून से परिवार संग इतवार मनाता है.

तेरे-मेरे मिलने से ये जमाना जल जाता है,
पता भी नही चलता ये इतवार कब निकल जाता है.

जिन्दगी तेजी से भाग-दौड़ रही है
दिन, दोपहर और शाम में
थोड़ा-सा सुकून ढूढ़ रहा हूँ
इक इतवार के आराम में.

तुमसे इश्क करने के बाद हमने ये जाना,
इतवार सी तुम थी और सोमवार सा ज़माना.

# दिन की न्यूज लेने आते हो और 1 दिन में निकल जाता है ~ जहां
रवि.. भी खुशियां से कम है – कम और फ़िक्र ज्यादा दे जाता है #

सुन छोरी क्यों ना मैं जिगर बन जाऊंगा और तु धड़कन
हो जा – वरना मैं फितरत में आऊंगा शुक्रवार हो जाउंगा

“दिन के भागम – भाग के बाद आये ~ आइए “ सन्डे “
पर उस पर उतरता है सप्तहा भर का बुखार ..”

आपके जेसा होना बिल्कुल सन्डे का जैसा है & कुछ
होता नहीं है & बस बहुत प्यारा लगता है.. हैप्पी रविवार

इस प्रदेश को छोड़ जमीन, मुल्क , इलाका , की दहलीज भूल गए – जीती
सम्पति हारे अपन को क्या पता है- अरे यार तुम तो भूल ही गये हो ..!!

सुन बावली तु “ महफिल “ में यह प्यार का आगाज कर
देना और चाय बन जाए तो तुम सिर्फ मुझे आवाज दे देना..

 

Final Word

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